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Sunday, December 25, 2011

अलविदा -2011

अलविदा कह के वो चल दिए, अब कभी न आऊंगा ये लफ्ज़ कह दिए। इक साल फिर से अलविदा कह दिया दोस्तों
हमारे बीच अब ये कभी न आएगा। आईये याद कर लें कुछ गीत, कुछ नगमे जो इस साल किसी न किसी पल गुनगुनाये हमने। आईये याद करें वो मुस्कुराहटें जो किसी न किसी वक़्त अपने होठों को दिन हमने। आईये याद करें कुछ आंसू जो हमने अपनी आँखों को दिए। आईये याद करें कुछ बातें, कुछ सपने जो हमने बांटे मित्रों के साथ।

एक नयी योजना के साथ 2011 आया था और अब फिर से हमने उन योजनाओं को अलविदा कह कर 2011 को अलविदा कर दिया। 2011 हर किसी के जीवन में ख़ुशी, ग़म, हंसी, आंसूं ददे गया। आईये जाने से पहले अलविदा कह दें उन पलों को । हमारे दिलों में, मन में , आपकी छाप जरूर रहेगी , याद बनकर, सपना बनकर, क्खुशी बनकर, अहसास बनकर।
आखिर में,, मैं आपको विदाई देना चाहती हूँ। अआप फिर से आना फिजा बनकर, हवा बनकर, इन आँखों का अहसास बनकर, इस दिल कि ख़ुशी बनकर हम आपको अलविदा कहते हैं।
"अलविदा 2011"

- शिखा "परी'

2 comments:

विभूति" said...

बेहतरीन........आपको भी नववर्ष की शुभकामनायें

अजय कुमार झा said...

आने वाले नए दिनों के लिए बहुत बहुत शुभकामनाएं आपको